uveshrahman

UVESH RAHMAN

@uveshrahman

महिलाओं की आजीविका सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है सकारात्मक प्रयास- एक्शन एड

जनपद जौनपुर में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पास एक्शन एड लखनऊ स्वयं सेवी संस्था द्वारा ग्रामीण स्तर की मजदूर एवम शोषित पीड़ित एसिड अटैक महिलाओं की आजीविका सुनिश्चित करने के लिए औरेंज कैफे एण्ड फास्ट फूड रेस्टोरेंट का उद्घाटन श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन अधिकारी नेहा यादव जी और RSETI से डायरेक्टर उपेन्द्र जी और अभिषेक दूबे जी द्वारा किया गया जिसमें एक्शन एड के सीनियर HRD महाजन जी द्वारा बताया गया कि महिलाओं की वर्तमान समय में बेरोजगारी की संकट चरम सीमा पर है, एक मात्र ही साधन है मजदूरी , आज मजदूरी भी महिलाओं को नही मिल पा रहा है क्योंकि अधिकांश मशीनीकरण हो गया है जिसको देखते हुए एक्शन एड संस्था RSETI से महिलाओं को फास्ट फूड की प्रशिक्षण कराकर आजीविका सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है साथ साथ साथ महिलाओं के अन्य आजीविका के विकल्प को भी तलाशा जा रहा है, श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन अधिकारी नेहा यादव जी द्वारा कहा गया कि एक्शन का यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है जो कि आज महिलाओं के अंदर आजीविका सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है और निश्चित ही महिलाओं में एक दिन बदलाव दिखेगा और महिलाओं में अपने लिए बहुत गर्व की बात है कि एक मजदूर महिला एक उद्यमिता की तरफ कदम रखने की शुरुआत कर दिया है इसमें एक्शन एड का बहुत बड़ा सराहनीय योगदान है RSETI के डायरेक्टर उपेंद्र जी ने कहा कि एक्शन एंड संस्था जैसे ही महिलाओं के जीवन स्तर में बदलाव लाना संभव ही है और हमारे यहां महिलाओं की आजीविका से संबंधित अलग-अलग ट्रेड की प्रशिक्षण दिया जाता है और हम एक्शन एड के इस सफलता की कदम के साथ हैं और मेरा भी यही प्रयास है की महिलाएं कैसे अपनी आजीविका को सुनिश्चित कर सके साथ में अभिषेक दुबे जी द्वारा कहा गया कि हमार कि हमारा भी प्रयास यही है कि महिलाएं आजीविका से कैसे जुड़ सके और आप समुदाय स्तर पर महिलाओं का चयन की प्रक्रिया करें जो महिला आजीविका के क्षेत्र में जिस दिशा में जाना चाहती है उसके लिए हम प्रशिक्षित करके एक्शन एड के साथ कदम मिलाकर चलने का प्रयास करेंगे और पूरा-पूरा सहयोग साथ देंगे इसी क्रम में एक्शन एड की एचआरडी बीनू सिंह ने कहा कि महिलाओं के अंदर वह हुनर है जो उन्हें सिर्फ निखारने की जरूरत है महिलाएं आज अपनी नजदीकी क्षेत्र में आजीविका करने के लिए तैयार नहीं हो पाती हैं दूर जाकर काम करने के लिए तैयार होती है उनके अंदर जो एक झिझक है शर्म आ रही है वह कैसे प्रयास है कि उसको कैसे दूर करके उनके अंदर की हुनर को दुनिया के सामने रखने का प्रयास किया जा रहा है

  • 100% Upvoted
  • 04 Sep
  • बहराइच
Authenticate Story

Poll for checking Credibility

+5 BFPs

Tap here to vote this story as Real

Tap here to vote this story as Fake

  • stamp required to participate in the polling.
  • Votes difference must be greater than or equal to 5.
img

Trending

img