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वैश्विक राजनीति में उथल-पुथल के बीच, अमेरिका द्वारा बलोच लिबरेशन आर्मी को आतंकी संगठन घोषित करने से भारत पर आरोप लगने की आशंका बढ़ गई है। पाकिस्तान लंबे समय से भारत पर बलोच विद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगाता रहा है, और अब अमेरिका का यह कदम उसे एक नया हथियार दे सकता है।

भारत का रूस से कच्चा तेल खरीदना अमेरिका-भारत संबंधों में एक बड़ी समस्या बन गया है। अमेरिका ने भारत को एक सामरिक साझेदार के रूप में पेश आने की हिदायत दी है। भारतीय तेल कंपनियाँ अब भी रूस से तेल खरीद..., India News in Hindi - Hindustan

Study in US: अमेरिका में पढ़ाई के दौरान भारतीय स्टूडेंट्स को कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। बहुत से छात्र यूएस पढ़ने जाने से पहले इन बातों से अनजान रहते हैं।

India China Foreign Minister Visit: चीन के विदेश मंत्री वांग यी दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे, जहां उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मिलेंगे और सीमा विवाद पर बातचीत करेंगे।

Trump-Zelensky Meeting: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और बात की। पुतिन ने पीएम मोदी को अलास्का में हुई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वार्ता को लेकर जानकारी दी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने यूक्रेन विवाद के शांतिपूर्ण समाधान का लगातार आह्वान किया है और इस संबंध में सभी प्रयासों का समर्थन करता है।

Putin calls PM Modi: रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मीटिंग के लिए अलास्का पहुंचे थे. मीटिंग के बाद दोनों नेताओं ने कहा कि बातचीत अच्छी रही.

India-China Relation: भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर तनाव की स्थिति है। ऐसे में चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा काफी अहम माना जा रहा है।

गरीब और मध्यम आय वाले देशों के लोग जरूरी दवाओं के लिए अमीर देशों से ज्यादा पैसा खर्च कर रहे हैं। ये डेटा एक इंटरनेशनल रिसर्च में पाया गया है, जो अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स ने की है। इसमें 72 देशों की 550 दवाओं के दामों का साल 2022 का डेटा देखा गया।

आज रात व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात होगी जिसमें यूक्रेन के भविष्य और रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान पर चर्चा होगी. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध रोकने के लिए कई शर्तें रखी हैं, जिनमें डोनेत्स्क और लुहांस्क जैसे इलाकों पर रूस का कब्जा, यूक्रेन का नाटो में शामिल न होना, और रूस पर लगे प्रतिबंधों को हटाना शामिल है.