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Hanuman Chalisa Against Bangladesh Violence: हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ व्यक्तिगत धार्मिक स्वतंत्रता का हिस्सा है, लेकिन सार्वजनिक जगह पर इसे बिना अनुमति करना कानून के खिलाफ हो सकता है.

बांग्लादेश में यूनुस सरकार के दौरान हिंदू अल्पसंख्यकों पर हिंसा, आगजनी और मॉब लिंचिंग के आरोप गंभीर होते जा रहे हैं। इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने जेल में बंद चिन्मय कृष्ण दास की बिगड़ती हालत और सरकार की चुप्पी पर दुनिया से हस्तक्षेप की मांग की...

बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने बांग्लादेश के हालात पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर हिंदू एक नहीं हुए तो भारत में भी ऐसे ही हालात हो सकते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि अपने बच्चों को सनातन के संस्कार जरूर दें, क्योंकि संस्कार के बिना अगली पीढ़ी संस्कृति की रक्षा नहीं कर पाएगी. उन्होंने बांग्लादेश में एक हिंदू को जिंदा जलाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर हिंदू अब भी नहीं जागे, तो भारत में भी ऐसी ही घटनाएं हो सकती हैं.

बांग्लादेश में मीडिया की आजादी पर गंभीर सवाल उठे हैं, खासकर महिला पत्रकारों के लिए. ग्लोबल टीवी बांग्लादेश की हेड ऑफ न्यूज, नाजनीन मुन्नी को धमकियां दी गई हैं, जिसमें कहा गया है कि अगर उन्हें पद से नहीं हटाया गया, तो चैनल के दफ्तर को आग लगा दी जाएगी. हाल ही में हुई हिंसा में नेशनल डेलीज को भी निशाना बनाया गया था. नाजनीन को सोशल मीडिया पर पहले से धमकियां मिल रही थीं और 21 दिसंबर को कुछ लोग चैनल के ऑफिस आकर उन्हें हटाने की मांग की. देखिए नाजनीन ने और क्या- क्या राज खोले?

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले में भारत सरकार की नीति पर सवाल उठाए हैं.

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं. दीपू दास की लिंचिंग हत्या और शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद घटनाएं बढ़ी हैं. प्रदर्शन में पुतले जलाए जा रहे हैं और विरोध में बांग्लादेशी घुसपैठियों और चोरी के आरोप लगाए जा रहे हैं. लोग मोहम्मद युनूस की तस्वीर को लेकर भी विरोध जता रहे हैं और बांग्लादेश का बहिष्कार करने की बात कर रहे हैं.

मोहम्मद यूनुस को ब्लिट्ज ढाका के सलाहुद्दीन शोएब चौधरी ने ओसामा बिन लादेन बताया, बांग्लादेश में आईएसआई और हिंसा पर बड़ा खुलासा.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे अत्याचार और हिंसक घटनाओं को लेकर टीएमसी ने सवाल खड़े किए हैं. दो हजार चौबीस में कट्टरपंथियों ने शेख हसीना सरकार का तख्ता पलटा था जिसमें कई हिंदू परिवार प्रभावित हुए. पंद्रह दिनों में मंदिरों पर हमले और घरों की लूट की घटनाएं बढ़ीं. कई जिलों में हिंदू परिवारों पर हमला हुआ, दुकानों और मकानों को नुकसान पहुंचाया गया. यहां तक कि हिंदू शिक्षकों से उनकी नौकरियां छीन ली गईं. इस्कॉन के प्रमुख पुजारी को भी जेल में रखा गया है. टीएमसी सवाल पूछ रही है कि केंद्र सरकार इस पर क्या कदम उठा रही है और हिंदुओं की सुरक्षा के लिए क्या कर रही है.

Varanasi News - वाराणसी में शिव सैनिकों ने महावीर मंदिर चौराहे पर बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर हो रहे हमलों के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने बांग्लादेशी सरकार के सलाहकार का पुतला जलाया और मंदिरों में तोड़फोड़ की निंदा की। शिवसेना के नेताओं ने धार्मिक हिंसा के खिलाफ ठोस अंतरराष्ट्रीय कदम उठाने की आवश्यकता बताई।

Sheikh Hasina सरकार के तख्तापलट के बाद से ही Bangladesh और Pakistan के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया Muhammad Yunus ने दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया है.