जाने माने अर्थशास्त्री कार्तिक मुरलीधरन ने भारत के सरकारी क्षेत्र के वेतन ढांचे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 95% सरकारी नौकरियों में बाजार दर से पांच गुना अधिक वेतन मिलता है, जबकि शीर्ष स्तर के अधिकारियों को कम वेतन मिलता है। उन्होंने इसे बेरोजगारी बढ़ने का कारण बताया है। |