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अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार भारत की आईटी कंपनियों को एक और झटका देने की तैयारी कर रही है। ट्रंप सरकार ने पहले H-1B वीजा की फीस को करीब सौ गुना बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया। आईटी कंपनियां अभी इस समस्या से जूझ ही रही हैं, कि अब उन्होंने इस पूरा वीजा आवंटन की प्रक्रिया को ही बदलने का प्रस्ताव रख दिया है। यह नया प्रस्ताव भारतीय आईटी कंपनियों के आउटसोर्सिंग हायरिंग मॉडल को सीधा नुकसान पहुंचा सकता है। इसके चलते आज 24 सितंबर को अधिकतर आईटी कंपनियों के शेयर दबाव के साथ कारोबार करते हुए दिखाई दिए। निफ्टी आईटी इंडेक्स कारोबार के दौरान 0.7 फीसदी से अधिक टूटकर 34,857.70 के स्तर पर आ गया। यह इसका पिछले दो हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी आईटी इंडेक्स के 10 में 9 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। H-1B वीजा सिस्टम को लेकर अमेरिका का यह नया प्रस्ताव क्या कहता है? आईटी कंपनियों के लिए यह क्यों झटका माना जा रहा है? और मार्केट एक्सपर्ट्स का इसे लेकर क्या कहना है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

Glenmark Pharmaceuticals के डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 3 अक्टूबर, 2025 है। इसका पेमेंट घोषणा की तारीख से 30 दिनों के अंदर किया जाएगा। कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू 1 रुपये है। मार्केट कैप 55700 करोड़ रुपये है

Pharma Stocks Fall: ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, "1 अक्टूबर 2025 से, हम किसी भी ब्रांडेड या पेटेंटेड दवा पर 100% टैरिफ लगाएंगे। यह टैरिफ तब तक लागू रहेगा, जब तक वह कंपनी अमेरिका में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाना शुरू नहीं करती है। जिन कंपनियों ने प्लांट बनाना शुरू कर दिया है, उन पर यह नियम लागू नहीं होगा।"

Stock Market Updates: फार्मा सेक्टर पर ट्रंप के 100 परसेंट टैरिफ लगाने से आज शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लुढ़के. बीएसई पर सन फार्मा के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा.

Indian Pharma Stocks: ट्रंप ने आगामी 1 अक्टूबर से अमेरिका में आयात होने वाली ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं पर 100 परसेंट टैरिफ लगाने का फैसला लिया है. इससे भारत की फार्मा इंडस्ट्री में भूचाल आ गया है.

एनएसई के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष चौहान ने कहा है कि पूंजी बाजार नियामक सेबी से हरी झंडी मिलने के बाद भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आईपीओ में आठ से नौ महीने का समय लग सकता है। एनएसई ने सेबी के पास सेटलमेंट के लिए जून 2025 में आवेदन किया था।, Business Hindi News - Hindustan

Share Market Live Updates 26 Sep.: भारतीय शेयर मार्केट के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी 50, शुक्रवार को फिर से गिरावट के साथ खुलने के आसार हैं। यह कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते हो रहा है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवाओं, फर्नीचर और भारी ट्रकों पर नए टैरिफ की घोषणा की है।, Business Hindi News - Hindustan

शेयर बाजार की हालिया गिरावट से अगर आप परेशान हैं, स्टॉक मार्केट को लेकर आपका भरोसा डगमगा गया है तो ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज और HSBC की नई रिपोर्टें आपको कुछ हद तक राहत पहुंचा सकती है। जेफरीज का कहना है कि निफ्टी में अगले करीब 3 महीने में 7 फीसदी तक की उछाल आ सकती है। ब्रोकरेज ने इंडिया स्ट्रैटजी नाम से एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें उसने भारतीय शेयर बाजार को लेकर अपनी राय रखी है। जेफरीज का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार का 2025 में अब तक प्रदर्शन कमजोर रहा है, लेकिन साल के बाकी बचों महीनों में इसमें तेज उछाल देखने को मिल सकती है। साल 2025 के अंत तक उसने निफ्टी के 7 फीसदी उछलने का अनुमान जताया है। जेफरीज की रिपोर्ट में शेयर बाजार के लिए और क्या अनुमान जताए गए हैं? निफ्टी के लिए इसने क्या टारगेट तय किया और विदेशी निवेशकों की वापसी पर ब्रोकरेज फर्म की क्या राय है? आइए जानते हैं

HAL Big Deal: रक्षा मंत्रालय के साथ एचएएल की बड़ी डील का असर कंपनी के शेयर पर देखने को मिल सकता है. गुरुवार को बाजार टूटने का बावजूद ये स्टॉक बढ़त के साथ बंद हुआ.