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JP Associates :  कर्ज में डूबी कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) आखिरकार बिक गई. लंबे वक्त से दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही JP Associates को खरीदार मिल गया है. इस खरीदारी की रेस में गौतम अडानी की कंपनी भी दौड़ रही थी, लेकिन उसे पछाड़कर  वेदांता के अनिल अग्रवाल ने ये रेस जीत ली है.

Jaiprakash Associates bid: वेदांता ने दिवालिया जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने के लिए ₹12,505 करोड़ की बोली लगाई है। इस डील से वेदांता के पावर और खनन कारोबार को मजबूती मिलेगी। जानिए जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने के लिए वेदांता कैसे भुगतान करेगी।

रियल एस्टेट सीमेंट और पावर सेक्टर की कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स (JP Associates) को अब वेदांता ग्रुप ने 17000 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। जेपी एसोसिएट्स ने ही कभी यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) का निर्माण किया था। लेकिन अब जब वेदांता ने कंपनी खरीदी है तो लोग सोच रहे हैं कि क्या वेदांता को यमुना एक्सप्रेसवे भी मिल जाएगा? चलिए जानते हैं...

कर्ज में डूबी जयप्रकाश एसोसिएट्स को लेकर जारी बोली प्रक्रिया में वेदांता ने जीत हासिल की. वेदांता कंपनी ने इसके लिए बोली लगाने में अदानी समेत कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया. - jaiprakash associates bid vedanta offers rs 4000 crore upfront payment rest over 5 6 years

वेदांता ने गौतम अडानी के समूह को पछाड़कर जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates Bankruptcy) को खरीदने के लिए 17000 करोड़ रुपये की बोली जीती। इससे पहले सहारा ग्रुप वित्तीय अनियमितताओं के कारण संकट में आया। विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइन कर्ज और खराब मैनेजमेंट के कारण डूबी। DHFL को वित्तीय घोटाले के कारण दिवालिया घोषित किया गया। फ्यूचर रिटेल को कर्ज और महामारी से नुकसान हुआ जिसे रिलायंस ने खरीदा।

JP Associates नाम इस समय चर्चा में है। कारण है कि दिवालिया हो चुकी यह कंपनी अब बिक चुकी है। 13000 करोड़ रुपये में इसने नोएडा से आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे (Who Built Yamuna Expressway) का निर्माण किया था। लेकिन खुद जेपी एसोसिएट्स ₹17000 करोड़ में बिकी। इसे खरीदने की बोली अदाणी नहीं बल्कि अनिल अग्रवाल की वेदांता ने जीती है।

जेपी एसोसिएट्स के अधिग्रहण (JP Associates acquisition) को लेकर गौतम अदाणी का नाम सबसे आगे था लेकिन अंतिम बोली वेदांता ने जीती। अनिल अग्रवाल की वेदांता ने 17000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अदाणी को पछाड़ दिया। प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी मिलने के बाद भी अदाणी (Why Adani not buy Jaypee) क्यों चूक गए।

कर्ज के बोझ तले दबी जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) को लेकर हुई जोरदार रेस में आखिरकार अनिल अग्रवाल की वेदांता ग्रुप ने जीत हासिल कर ली। वेदांता ने ₹17,000 करोड़ की सबसे ऊंची बोली लगाई है। इस बिडिंग वैल्यू के हिसाब से कंपनी की नेट...

JP Associates की नई मालिक अनिल अग्रवाल की वेदांता होगी। Vedanta ने जेपी को खरीदने के लिए बोली जीत ली है। वेदांता ने जेपी को खरीदने के लिए 17 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई। ये तो हो गई जेपी के बिकने की बात। लेकिन जेपी का उदय कैसे हुआ और जिस कंपनी की एक समय पूरे उत्तर भारत में तूती बोलती थी आखिर उसका सूरज अस्त कैसे हुआ?

राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) की इलाहाबाद पीठ ने 3 जून, 2024 को जेपी एसोसिएट्स को कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) में भेज दिया था।